गुरु नानक देव जी का जन्म 1469 में तलवंडी (आज
का ननकाना साहिब, पाकिस्तान) में हुआ था। उन्होंने
अपने जीवन में कई ऐसे उपदेश और कार्य किए जो
आज भी हमें सही रास्ता दिखाते हैं। यहाँ उनके जीवन
की कुछ प्रेरणादायक बातें दी गई हैं:
1. ईश्वर का एकता में विश्वास: गुरु नानक ने सिखाया
कि ईश्वर एक है और हर व्यक्ति में उसका निवास है।
उन्होंने जाति, धर्म, और संप्रदाय के भेदभाव को
नकारते हुए, सबको समान रूप से प्रेम और सम्मान देने
पर जोर दिया।
2. तीन मुख्य उपदेश:
नाम जपो: भगवान का स्मरण करो और सकारात्मक
विचारों को बढ़ावा दो।
किरत करो: ईमानदारी और मेहनत से अपना कार्य
करो। गुरु नानक के अनुसार, हर किसी को ईमानदारी
से जीवन जीना चाहिए और अपने कर्मों का पालन
करना चाहिए।
वंड छको: दूसरों के साथ साझा करो और जरूरतमंदों
की मदद करो। उन्होंने लोगों को सिखाया कि समाज में
मिलकर रहना और मदद करना सच्चा धर्म है।
3. सच्चे धर्म का प्रचार: गुरु नानक ने समाज में व्याप्त
अंधविश्वास, दिखावे और धार्मिक कट्टरता का विरोध
किया। उन्होंने बताया कि सच्चा धर्म सिर्फ मंदिरों और
मूर्तियों में नहीं है, बल्कि यह हमारे विचारों, कार्यों और
इंसानियत में बसता है।
4. लंगर की परंपरा: गुरु नानक ने लंगर की परंपरा शुरू
की, जहाँ हर जाति और समुदाय के लोग एक साथ
भोजन कर सकते हैं। यह उनकी समानता और भाईचारे
की शिक्षा का एक बड़ा उदाहरण है, जो आज भी
गुरुद्वारों में निभाई जाती है।
5. यात्रा और शिक्षा: गुरु नानक ने अपने जीवन में चार
बड़ी यात्राएँ (उदासियाँ) कीं, जिसमें उन्होंने भारत ही
नहीं, बल्कि कई देशों का भ्रमण कर लोगों को मानवता,
प्रेम, और सद्भावना का संदेश दिया। इस दौरान उन्होंने
अनेक धर्मों के लोगों से संवाद किया और उन्हें सही
रास्ता दिखाया।
6. सादा जीवन, उच्च विचार: गुरु नानक का जीवन
सादगी और उच्च आदर्शों का प्रतीक है। उनका मानना
था कि दिखावे और भौतिकवाद के बजाय, सादगी से
जीना और मन की शुद्धता बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
7. सभी के लिए समानता: गुरु नानक देव जी का
जीवन एक प्रेरणा है कि समाज में सब बराबर हैं। चाहे
महिला हो या पुरुष, गरीब हो या अमीर, सबको समान
अधिकार मिलना चाहिए।
गुरु नानक देव जी की शिक्षाएँ हमें आज भी प्रेरित
करती हैं कि हम मानवता, सच्चाई और प्यार के साथ
अपने जीवन को जीएँ। उनके जीवन से हमें यह संदेश
मिलता है कि हमारा असली धर्म दूसरों की मदद करना
और अच्छाई के रास्ते पर चलना है।